लेखिका बचपन में काली, दुबली और मरियल थी, जबकि उसके पिता को गोरा रंग बहुत पसंद था। लेखिका की बहन सुशीला खूब गोरी ,स्वस्थ और हंसमुख थी।
इसी कारण लेखिका के पिता सुशीला से हर बात में उसकी तुलना करते थे। पिता की उस प्रशंसा और तुलना ने लेखिका के भीतर हीन भावना की ग्रंथि पैदा कर दी थी।
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shiva139
मन्नू भंडारी (जन्म ३ अप्रैल १९३१) हिन्दी की सुप्रसिद्ध कहानीकार हैं। मध्य प्रदेश में मंदसौर जिले के भानपुरा गाँव में जन्मी मन्नू का बचपन का नाम महेंद्र कुमारी था। लेखन के लिए उन्होंने मन्नू नाम का चुनाव किया। उन्होंने एम ए तक शिक्षा पाई और वर्षों तक दिल्ली के मीरांडा हाउस में अध्यापिका रहीं। धर्मयुग में धारावाहिक रूप से प्रकाशित उपन्यास आपका बंटी से लोकप्रियता प्राप्त करने वाली मन्नू भंडारी विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में प्रेमचंद सृजनपीठ की अध्यक्षा भी रहीं। लेखन का संस्कार उन्हें विरासत में मिला। उनके पिता सुख सम्पतराय भी जाने माने लेखक थे।
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लेखिका बचपन में काली, दुबली और मरियल थी, जबकि उसके पिता को गोरा रंग बहुत पसंद था। लेखिका की बहन सुशीला खूब गोरी ,स्वस्थ और हंसमुख थी।इसी कारण लेखिका के पिता सुशीला से हर बात में उसकी तुलना करते थे। पिता की उस प्रशंसा और तुलना ने लेखिका के भीतर हीन भावना की ग्रंथि पैदा कर दी थी।
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