पृथ्वी की सम्पूर्ण जीवन पर्यावरण पर आधारित है, पुरे ब्रह्माण्ड में, पृथ्वी ही एक मात्र जीवन प्रदान करने वाला ग्रह है जिसमे प्रकृति का सम्पूर्ण सहयोग है. बिना प्राकृत /पर्यावरण के पृथ्वी पर जीवन संभव नही है, इसलिए यह हमारा दायित्य है कि हम सभी पर्यावरण की सुरक्षा का प्रण उठाए एवं खुसी और स्वस्थ जीवन की कमाना करे.
पिछले कई दसको से हम देखते है आ रहे है कि प्रदूषित पर्यावरण की वजह से भयंकर बीमारियां और महामारीयां जन्म ले रही है, जो मानव जाती के लिए विनाशकारी शाबित हो रही है. जैसे कोरोना, प्लेग, हैजा, फ्लू आदि.
पर्यावरण संरक्षण, स्वस्थ जीवन के सर्वप्रथम है. इस पृथ्वी निवास करने वाले हर वो इन्सान को इसकी सुद्धि के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए ताकि जल प्रदूषण, वायु प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण, मृदा प्रदूषण इत्यादि प्रभावों से बचा जा सके.
Answers & Comments
Answer:
पृथ्वी की सम्पूर्ण जीवन पर्यावरण पर आधारित है, पुरे ब्रह्माण्ड में, पृथ्वी ही एक मात्र जीवन प्रदान करने वाला ग्रह है जिसमे प्रकृति का सम्पूर्ण सहयोग है. बिना प्राकृत /पर्यावरण के पृथ्वी पर जीवन संभव नही है, इसलिए यह हमारा दायित्य है कि हम सभी पर्यावरण की सुरक्षा का प्रण उठाए एवं खुसी और स्वस्थ जीवन की कमाना करे.
पिछले कई दसको से हम देखते है आ रहे है कि प्रदूषित पर्यावरण की वजह से भयंकर बीमारियां और महामारीयां जन्म ले रही है, जो मानव जाती के लिए विनाशकारी शाबित हो रही है. जैसे कोरोना, प्लेग, हैजा, फ्लू आदि.
पर्यावरण संरक्षण, स्वस्थ जीवन के सर्वप्रथम है. इस पृथ्वी निवास करने वाले हर वो इन्सान को इसकी सुद्धि के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए ताकि जल प्रदूषण, वायु प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण, मृदा प्रदूषण इत्यादि प्रभावों से बचा जा सके.