essay on jal sanrakshan in Hindi for 350 to 400 words. plzzzzzzz answer fast it's urgent!!!!!!!!!
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ayanshaikh999
ये सभी के लिये बिल्कुल साफ है कि धरती पर जीवन के अस्तित्व के लिये जल बहुत ही जरूरी है। जीवन जीने से संबंधित हमारी सभी क्रियाओं के लिये जल की आवश्यकता है। हमलोग धरती पर चारों तरफ़ (धरती का लगभग तीन-चौथाई भाग) से पानी से घिरे हुए हैं इसके बावजूद हमलोग भारत और दुनिया के दूसरे देशों में पानी की समस्या से जूझ रहें हैं; क्योंकि महासागर में लगभग पूरे जल का 97% नमकीन पानी है, जो इंसानों के उपयोग के लिये सही नहीं है। धरती पर मौजूद पूरे जल का केवल 3% ही उपयोग लायक है (जिसका कि 70% बर्फ की परत और ग्लेशियर के रुप में है और 1% जल ही पीने लायक पानी के रुप में उपलब्ध है)।
इसलिये, हमें धरती पर स्वच्छ जल के महत्व को समझना चाहिये और अपनी पूरी कोशिश करनी चाहिये कि हम पानी की बर्बादी करने के बजाय उसे बचायें। हमें अपने स्वच्छ जल को औद्योगिक कचरे, सीवेज़, खतरनाक रसायनों और दूसरे गंदगियों से गंदा होने और प्रदूषित होने से बचाना चाहिये। पानी की कमी और जल प्रदूषण का मुख्य कारण हमेशा बढ़ती जनसंख्या और तेजी से बढ़ता औद्योगिकीकरण और शहरीकरण है। स्वच्छ जल की कमी के कारण, निकट भविष्य में लोग अपनी मूल जरुरतों को भी पूरा नहीं कर सकते हैं। भारत के कुछ राज्यों (जैसे राजस्थान और गुजरात का कुछ भाग) में महिलाएँ और लड़कियाँ साफ पानी के लिये लंबी दूरी तय करती हैं। हाल ही में हुए अध्ययनों के अनुसार, ऐसा पाया गया कि लगभग 25% शहरी जनसंख्या की साफ पानी तक पहुंच नहीं है। “जल संरक्षण, जीवन बचाओ और विश्व बचाओ” के उद्देश्य को बनाने के द्वारा सबसे अधिक उपयुक्त तरीकों के माध्यम से स्वच्छ पानी की कमी से निपटने के लिये हमें एक-साथ आने की जरुरत है।
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इसलिये, हमें धरती पर स्वच्छ जल के महत्व को समझना चाहिये और अपनी पूरी कोशिश करनी चाहिये कि हम पानी की बर्बादी करने के बजाय उसे बचायें। हमें अपने स्वच्छ जल को औद्योगिक कचरे, सीवेज़, खतरनाक रसायनों और दूसरे गंदगियों से गंदा होने और प्रदूषित होने से बचाना चाहिये। पानी की कमी और जल प्रदूषण का मुख्य कारण हमेशा बढ़ती जनसंख्या और तेजी से बढ़ता औद्योगिकीकरण और शहरीकरण है। स्वच्छ जल की कमी के कारण, निकट भविष्य में लोग अपनी मूल जरुरतों को भी पूरा नहीं कर सकते हैं। भारत के कुछ राज्यों (जैसे राजस्थान और गुजरात का कुछ भाग) में महिलाएँ और लड़कियाँ साफ पानी के लिये लंबी दूरी तय करती हैं। हाल ही में हुए अध्ययनों के अनुसार, ऐसा पाया गया कि लगभग 25% शहरी जनसंख्या की साफ पानी तक पहुंच नहीं है। “जल संरक्षण, जीवन बचाओ और विश्व बचाओ” के उद्देश्य को बनाने के द्वारा सबसे अधिक उपयुक्त तरीकों के माध्यम से स्वच्छ पानी की कमी से निपटने के लिये हमें एक-साथ आने की जरुरत है।