sagar242
हम सभी ने कभी न कभी ये सुना होगा कि किताबें (Books) हमारी सबसे अच्छी दोस्त होती हैं. पता नहीं आप लोग इस बात पे विश्वास करते हैं या नहीं, पर मैं इस बात पर भरोसा करती हूँ. मुझे सच में लगता है के किताबें इंसान कि सबसे अच्छी दोस्त होती हैं, ना वो हमसे कभी कुछ मांगती है, ना कभी कोई वादा लेती हैं, बस हमेशा हमको ही सहारा देती हैं. मन उदास होने पे कोई दोस्त आये या न आये पर अगर अच्छी किताब मिल जाये तो कुछ देर के लिए दुःख भी भूला जा सकता है. ज़िन्दगी में दोस्त तो धोखा भी दे जाते है पर यह किताबें नहीं, आप इनकी परवाह करो या न करो, यह हमेशा आपकी परवाह करती हैं. चाहे यह आपके कमरे के किसी कोने में पड़ी रहे, जिसपे धूल लग रही हो, बरसो से आपने इन्हें छुआ भी न हो, फिर भी आप जब इन्हें अपने पास लाओगे ये तब आपको पूरा सुकून, आनंद देगी. जब दिल उदास हो और कोई अच्छी किताब पढ़ ली जाए तो होंठों पे एक मुस्कान आ जाती हैं, जब अकेलापन महसूस करो और एक अच्छी किताब पास हो तो वो अकेलापन भी दूर हो जाता है. किताब पढ़ते-पढ़ते, वक़्त कब गुज़र जाता है पता नहीं चलता. मैंने कहीं पढ़ा था कि एक अच्छी किताब आपको हँसाती है, रुलाती भी है, उसमें सारी भावनाएं होती हैं. वो सारे वक़्त आपका दिल लगाए रखती है. सच ही तो है एक किताब पढ़ने के ज़रिये हम एक नयी ज़िन्दगी को जी लेते हैं.
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