ब्लैक फंगस महामारी इन दिनों एक विकराल रूप लेती जा रही है। कोविड से ठीक होने के बाद हजारों लोग म्यूकर माइकोसिस की चपेट में आ चुके हैं। कई बार ऐसा होता है कि आप ब्लैक फंगस की गिरफ्त होते हैं लेकिन सिम्टम्स को पहचान नहीं पाते हैं। आपको ब्लैक फंगस की पहचान करने के लिए 6 लक्षणों की अनदेखी नहीं करनी चाहिए।
कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने पहले से ही लोगों का जीना दुश्वार करके रखा है और इसी बीच अब ब्लैक फंगस के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। तेजी से संक्रमण फैलने की वजह से अब इसे भी महामारी घोषित कर दिया गया है। देश में 12 हजार से अधिक लोग कोविड के बाद ब्लैक फंगस की गिरफ्त में आ चुके हैं और सैकड़ों की मौत हो गई है। अकेले दिल्ली में ही 700 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं। राजधानी के अलावा दूसरे राज्यों में भी म्यूकोरमाइकोसिस से ग्रसित लोगों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती ही जा रही है। अब इस फंगस को दूर करने की दवाओं की भी कमी पड़ रही है। लिहाजा हमें खुद से ही इस महामारी से बचने के उपाय तलाशने होंगे।
तमाम दफा हम सामान्य लक्षणों को इग्नोर कर देते हैं, जो बाद में किसी गंभीर बीमारी का कारण बन जाते हैं। बहरहाल, यहां हम आपको सामान्य दिखने वाले ब्लैक फंगस के कुछ मेजर सिम्टम्स बता रहे हैं जिन्हें आपको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। अगर आप इन लक्षणों पर तुरंत ध्यान देते हैं और वक्त रहते ट्रीटमेंट करा लेते हैं तो फंगस से बच सकते हैं। आइए, जानते हैं कैसे करें फंगस की पहचान।
कोरोना मरीजों में ब्लैक फंगस के केस बढ़ने लगे हैं। देश में बुधवार तक करीब 5,500 लोगों में ब्लैक फंगस के संक्रमण की पहचान हो चुकी थी। इस कारण 126 लोगों की मौत भी हो चुकी है। यही वजह है कि देश का स्वास्थ्य महकमा काफी सतर्क हो गया है और आम लोगों को जागरूक करने में जुट गया है। इसी क्रम में देश के दो जाने-माने चिकित्सा विशेषज्ञों (Health Experts) ने आज इस पर विस्तार से बात की। दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया और मशहूर अस्पताल मेदांता के चेयरमैन डॉ. नरेश त्रेहन ने ब्लैक फंगस यानी म्यूकरमाइकोसिस को लेकर विस्तार से बातचीत की।
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ब्लैक फंगस महामारी इन दिनों एक विकराल रूप लेती जा रही है। कोविड से ठीक होने के बाद हजारों लोग म्यूकर माइकोसिस की चपेट में आ चुके हैं। कई बार ऐसा होता है कि आप ब्लैक फंगस की गिरफ्त होते हैं लेकिन सिम्टम्स को पहचान नहीं पाते हैं। आपको ब्लैक फंगस की पहचान करने के लिए 6 लक्षणों की अनदेखी नहीं करनी चाहिए।
कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने पहले से ही लोगों का जीना दुश्वार करके रखा है और इसी बीच अब ब्लैक फंगस के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। तेजी से संक्रमण फैलने की वजह से अब इसे भी महामारी घोषित कर दिया गया है। देश में 12 हजार से अधिक लोग कोविड के बाद ब्लैक फंगस की गिरफ्त में आ चुके हैं और सैकड़ों की मौत हो गई है। अकेले दिल्ली में ही 700 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं। राजधानी के अलावा दूसरे राज्यों में भी म्यूकोरमाइकोसिस से ग्रसित लोगों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती ही जा रही है। अब इस फंगस को दूर करने की दवाओं की भी कमी पड़ रही है। लिहाजा हमें खुद से ही इस महामारी से बचने के उपाय तलाशने होंगे।
तमाम दफा हम सामान्य लक्षणों को इग्नोर कर देते हैं, जो बाद में किसी गंभीर बीमारी का कारण बन जाते हैं। बहरहाल, यहां हम आपको सामान्य दिखने वाले ब्लैक फंगस के कुछ मेजर सिम्टम्स बता रहे हैं जिन्हें आपको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। अगर आप इन लक्षणों पर तुरंत ध्यान देते हैं और वक्त रहते ट्रीटमेंट करा लेते हैं तो फंगस से बच सकते हैं। आइए, जानते हैं कैसे करें फंगस की पहचान।
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कोरोना मरीजों में ब्लैक फंगस के केस बढ़ने लगे हैं। देश में बुधवार तक करीब 5,500 लोगों में ब्लैक फंगस के संक्रमण की पहचान हो चुकी थी। इस कारण 126 लोगों की मौत भी हो चुकी है। यही वजह है कि देश का स्वास्थ्य महकमा काफी सतर्क हो गया है और आम लोगों को जागरूक करने में जुट गया है। इसी क्रम में देश के दो जाने-माने चिकित्सा विशेषज्ञों (Health Experts) ने आज इस पर विस्तार से बात की। दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया और मशहूर अस्पताल मेदांता के चेयरमैन डॉ. नरेश त्रेहन ने ब्लैक फंगस यानी म्यूकरमाइकोसिस को लेकर विस्तार से बातचीत की।
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