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July 2021 1 74 Report
पद्यांश के आधार पर प्रष्नों के उत्तर दें - उधौ तु हौ अति बड़भागी । अपरस रहत सनेह तगा तैं नाहिन मन अनुरागी । पुरइनि पात रहत जल भीतर, ता रस देह न दागी । ज्यौं जल माहॅं तेल की गागर, बूॅदं न ताकौ लागी । प्रीति-नदी मेें पाउॅं न बोर्यो, दृश्टि न रूप परागी । सूरदास, अबला हम भोरी, गुर चाॅटी ज्यौं पागी ।
1 .उपर लिखे पद की भाषा है - *
अवधी
ब्रज
खड़ी हिन्दी
मिश्रित
2 .कमल के पत्ते एवम् तेल की गागर की तुलना किससे की गई है ? *
गोपियों से
कृष्ण से
उद्दव से
सूरदास से
3 .'सूरदास 'अबला हम भोरी 'पंक्ति में अबला और भोरी शब्द किसके लिए कौन प्रयोग कर रहा है ? *
गोपिया अपने लिए
सूरदास गोपियों के लिए
उद्दव गोपियों के लिए
सूरदास अपने लिए
4 .उपर्युक्त पद में रस है - *
वात्सल्य
वियोग श्रृंगार
करुण
भक्ति
5 .गोपियों ने अपनी तुलना किससे की है? *
कमल के पत्ते और तेल की गागर से
अबला और भोरी से
गुड़ से चिपकी चींटी से
स्नेह की धागे से​

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