घनश्याम अग्रवाल जी सामाजिक चेतना, जन-जागृति, मानवी संवेदनाओं का परिचय देनेवाली सशक्त विधा बन रही हैं। ... इस श्रृंखला की मजबूत कड़ी हैं, हिंदी साहित्य की हास्यव्यंग्य विधा के सशक्त लघुकथाकार एवं सन १९९६ में माननीय राष्ट्रपति महोदय के करकमलों द्वारा 'काका हाथरसी व्यंग्य पुरस्कार' से सम्मानित साहित्यमहर्षि डॉ.
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घनश्याम अग्रवाल जी सामाजिक चेतना, जन-जागृति, मानवी संवेदनाओं का परिचय देनेवाली सशक्त विधा बन रही हैं। ... इस श्रृंखला की मजबूत कड़ी हैं, हिंदी साहित्य की हास्यव्यंग्य विधा के सशक्त लघुकथाकार एवं सन १९९६ में माननीय राष्ट्रपति महोदय के करकमलों द्वारा 'काका हाथरसी व्यंग्य पुरस्कार' से सम्मानित साहित्यमहर्षि डॉ.
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