"हम उन्हीं फूलों की पंखुड़ियाँ हैं, जिन्हें तुम इतने दिन बाग में प्रेम पूर्वक सींचते रहे।" प्रस्तुत पंक्तियाँ हमें क्या संदेश देती हैं? अपने शब्दों में लिखिए।
हम उन्हीं फूलों की पंखुड़ियां है जिन्हें तुम इतने दिन बाद में प्रेम पूर्वक सीखते रहे
इस पंक्ति का अर्थ है कि हम वही फूल की पंखुड़ियां है उसी फूल के हम लोग पंखुड़ियां है जिसे तुम इतने दिनों से बाग में प्रेम से सीखते हैं उसमें पानी दिए हमारा भोजन करवाएं यही इसका मतलब है प्रस्तुति पंक्ति में हमें यही संदेश देती है
Answers & Comments
Explanation:
हम उन्हीं फूलों की पंखुड़ियां है जिन्हें तुम इतने दिन बाद में प्रेम पूर्वक सीखते रहे
इस पंक्ति का अर्थ है कि हम वही फूल की पंखुड़ियां है उसी फूल के हम लोग पंखुड़ियां है जिसे तुम इतने दिनों से बाग में प्रेम से सीखते हैं उसमें पानी दिए हमारा भोजन करवाएं यही इसका मतलब है प्रस्तुति पंक्ति में हमें यही संदेश देती है