Answer:
आशा के कारण ही हम जीवित हैं, इस में कोई अतिशयोक्ति नहीं. आशा प्रकाश की ज्योति फैलाती है और निराशा अंधकार की. वास्कोडिगामा और कोलंबस आशा के बल पर ही खतरनाक समुद्री यात्रा करते रहे. निराश होना तो वे जानते ही नहीं थे.
Hoo okk
Inkaa em chesthunnav
Meeku exams pedthunnaraa
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आशा के कारण ही हम जीवित हैं, इस में कोई अतिशयोक्ति नहीं. आशा प्रकाश की ज्योति फैलाती है और निराशा अंधकार की. वास्कोडिगामा और कोलंबस आशा के बल पर ही खतरनाक समुद्री यात्रा करते रहे. निराश होना तो वे जानते ही नहीं थे.
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