काव्यांश का मूल भाव बारिश के समय हर तरफ फैली हुई प्रसन्नता और खुशी को स्पष्ट रूप से दिखाना है।
2
सवेरे सवेरे खुशी के गीत चिड़िया गाती हैं।
5
ठंडी हवा चलने से पहले वातावरण में बहुत सारे परिवर्तन होते हैं जैसे सुबह उठकर बहुत सारी खुशी के गीत गाती है कलियां दरवाजे खोल को सुमित से मुस्काती है अर्थात कल्ला फूल के रूप में खिलना शुरू कर देती हैं जब यह फूल खिल जाते हैं तो इनकी खुशबू हर जगह उड़ती फिरती है और इस समय पर मौसम इतना अच्छा होता है कि हमें प्रभु की याद आती है। जब बूंदे गिरना शुरू होती हैं और बिजली चमचम कर जाती है बूंदों के गिरने से मैदान और बाग हर जगह हरियाली छा जाती है।
Answers & Comments
Verified answer
Answer:
1
काव्यांश का मूल भाव बारिश के समय हर तरफ फैली हुई प्रसन्नता और खुशी को स्पष्ट रूप से दिखाना है।
2
सवेरे सवेरे खुशी के गीत चिड़िया गाती हैं।
5
ठंडी हवा चलने से पहले वातावरण में बहुत सारे परिवर्तन होते हैं जैसे सुबह उठकर बहुत सारी खुशी के गीत गाती है कलियां दरवाजे खोल को सुमित से मुस्काती है अर्थात कल्ला फूल के रूप में खिलना शुरू कर देती हैं जब यह फूल खिल जाते हैं तो इनकी खुशबू हर जगह उड़ती फिरती है और इस समय पर मौसम इतना अच्छा होता है कि हमें प्रभु की याद आती है। जब बूंदे गिरना शुरू होती हैं और बिजली चमचम कर जाती है बूंदों के गिरने से मैदान और बाग हर जगह हरियाली छा जाती है।
3
यमक अलंकार