माँ मेरे जीवन का आधारस्तंभ है, वह मेरी शिक्षक तथा मार्गदर्शक होने के साथ ही मेरे सबसे अच्छी मित्र भी है। वह मेरे हर समस्याओं, दुखों और विपत्तियों में मेरे साथ खड़ी रहती है और मुझे जीवन के इन बाधाओँ को पार करने शक्ति प्रदान करती है, उसके द्वारा बतायी गयी छोटी-छोटी बातों ने मेरे जीवन में बड़ा परिवर्तन किया है।मेरी मां बहुत ईमानदार इंसान हैं। वह बहुत अच्छी रसोइया है, वह हमेशा मेरे लिए स्वादिष्ट खाना बनाने की कोशिश करती है। मेरी माँ हमेशा मुझे अच्छी बातें सिखाती हैं जैसे कभी लड़ना, कभी झूठ नहीं बोलना आदि। ... मैं अपनी माँ से प्यार करता हूँ।
मेरी माँ मेरे जीवन का आधारस्तंभ है, वह मेरी शिक्षक तथा मार्गदर्शक होने के साथ ही मेरे सबसे अच्छी मित्र भी है। वह मेरे हर समस्याओं, दुखों और विपत्तियों में मेरे साथ खड़ी रहती है और मुझे जीवन के इन बाधाओँ को पार करने शक्ति प्रदान करती है, उसके द्वारा बतायी गयी छोटी-छोटी बातों ने मेरे जीवन में बड़ा परिवर्तन किया है।
हमारे शास्त्रों में माँ को देवताओं के समान पूजनीय बताया गया है। इस संसार में माँ की तुलना किसी अन्य से नहीं की जा सकती। परिवार में माँ का महत्व सबसे बड़ा है। घर-परिवार को सम्भालने के साथ माँ अपनी सन्तान का पालन-पोषण भी करती है और उसका प्रत्येग दुःख-दर्द दूर करने के लिए दिन-रात सजग रहती है।
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माँ मेरे जीवन का आधारस्तंभ है, वह मेरी शिक्षक तथा मार्गदर्शक होने के साथ ही मेरे सबसे अच्छी मित्र भी है। वह मेरे हर समस्याओं, दुखों और विपत्तियों में मेरे साथ खड़ी रहती है और मुझे जीवन के इन बाधाओँ को पार करने शक्ति प्रदान करती है, उसके द्वारा बतायी गयी छोटी-छोटी बातों ने मेरे जीवन में बड़ा परिवर्तन किया है।मेरी मां बहुत ईमानदार इंसान हैं। वह बहुत अच्छी रसोइया है, वह हमेशा मेरे लिए स्वादिष्ट खाना बनाने की कोशिश करती है। मेरी माँ हमेशा मुझे अच्छी बातें सिखाती हैं जैसे कभी लड़ना, कभी झूठ नहीं बोलना आदि। ... मैं अपनी माँ से प्यार करता हूँ।
मेरी माँ मेरे जीवन का आधारस्तंभ है, वह मेरी शिक्षक तथा मार्गदर्शक होने के साथ ही मेरे सबसे अच्छी मित्र भी है। वह मेरे हर समस्याओं, दुखों और विपत्तियों में मेरे साथ खड़ी रहती है और मुझे जीवन के इन बाधाओँ को पार करने शक्ति प्रदान करती है, उसके द्वारा बतायी गयी छोटी-छोटी बातों ने मेरे जीवन में बड़ा परिवर्तन किया है।
हमारे शास्त्रों में माँ को देवताओं के समान पूजनीय बताया गया है। इस संसार में माँ की तुलना किसी अन्य से नहीं की जा सकती। परिवार में माँ का महत्व सबसे बड़ा है। घर-परिवार को सम्भालने के साथ माँ अपनी सन्तान का पालन-पोषण भी करती है और उसका प्रत्येग दुःख-दर्द दूर करने के लिए दिन-रात सजग रहती है।
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