३. पशु-रक्षा के विषय में दो छात्रों के बीच संवाद लेखन लिखिए। (I will mark the person brainliest) How are you @sargunsandhu7171 We haven't talked from many days
विजय : सक्षम तुम्हे पता है आज सुमित ने एक कुत्ते के बच्चे को इतनी तेज पत्थर मारा कि वो वहीँ तिलमिला कर मर गया और उसकी माँ उसे काफी दे तक चाट-चाट कर प्यार करती रही कि शायद अभी उठ जाये ।
सक्षम : सुमित के तो यही काम होते हैं । पिछले महीने उसने एक चिड़िया को गुलेल से मार गिराया था । उसके अन्दर पशु-पक्षियों के प्रति जरा भी दया नहीं है ।
विजय : आखिर पशु-पक्षियों में भी तो जान ही होती है । उन्हें भी हमारी तरह दर्द होता है और भावनाएं होती हैं, बस वे हमारी तरह उसे बयान नहीं कर पाते । जब तक हम जानवरों को परेशान नहीं करते तब तक वे भी आक्रमण नहीं करते ।
सक्षम : सही कह रहे हो विजय । दूसरी तरफ माया है । वह गर्मियों में अपने घर के बाहर पशु–पक्षियों के लिए एक मिटटी के बर्तन में पानी भर कर और छत पर भी एक बर्तन में चिड़ियों के लिए दाना और एक बर्तन में पानी भर कर रखती है जिससे पशु-पक्षियों को प्यास से बेहाल ना होना पड़े ।
विजय : हाँ सक्षम, कल मैंने कई बार देखा है कि माया छोटे-छोटे कुत्ते के बच्चों को सड़क से उठा कर खाली प्लाट में छोड़ देती है जिससे उन्हें कोई टक्कर ना मार पाए । कई बार तो वह पशु-पक्षियों को लेकर जानवरों के डॉक्टर तक गई है । हम सबको पशु-पक्षियों के प्रति इसी तरह दया भाव रखना चाहिए ।
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Answer:
विजय : सक्षम तुम्हे पता है आज सुमित ने एक कुत्ते के बच्चे को इतनी तेज पत्थर मारा कि वो वहीँ तिलमिला कर मर गया और उसकी माँ उसे काफी दे तक चाट-चाट कर प्यार करती रही कि शायद अभी उठ जाये ।
सक्षम : सुमित के तो यही काम होते हैं । पिछले महीने उसने एक चिड़िया को गुलेल से मार गिराया था । उसके अन्दर पशु-पक्षियों के प्रति जरा भी दया नहीं है ।
विजय : आखिर पशु-पक्षियों में भी तो जान ही होती है । उन्हें भी हमारी तरह दर्द होता है और भावनाएं होती हैं, बस वे हमारी तरह उसे बयान नहीं कर पाते । जब तक हम जानवरों को परेशान नहीं करते तब तक वे भी आक्रमण नहीं करते ।
सक्षम : सही कह रहे हो विजय । दूसरी तरफ माया है । वह गर्मियों में अपने घर के बाहर पशु–पक्षियों के लिए एक मिटटी के बर्तन में पानी भर कर और छत पर भी एक बर्तन में चिड़ियों के लिए दाना और एक बर्तन में पानी भर कर रखती है जिससे पशु-पक्षियों को प्यास से बेहाल ना होना पड़े ।
विजय : हाँ सक्षम, कल मैंने कई बार देखा है कि माया छोटे-छोटे कुत्ते के बच्चों को सड़क से उठा कर खाली प्लाट में छोड़ देती है जिससे उन्हें कोई टक्कर ना मार पाए । कई बार तो वह पशु-पक्षियों को लेकर जानवरों के डॉक्टर तक गई है । हम सबको पशु-पक्षियों के प्रति इसी तरह दया भाव रखना चाहिए ।
Explanation:
hi i am kinjal from mumbai