बहुत समय पहले की बात है। शहर से दूर गाँव में एक दुकानदार था जो अपने ही गांव के एक व्यक्ति से रोजाना 1 किलो मख्खन खरीदा करता था। वो दुकानदार कई सालों से उस व्यक्ति से मख्खन की खरीददारी कर रहा था। एक दिन उस दुकानदार ने सोचा की में रोज इस व्यक्ति से मख्खन खरीदता हूँ लेकिन मैंने बहुत समय से इसके मख्खन का वजन तोल कर नहीं देखा। कल चेक करके देखूंगा की ये मुझे मख्खन 1 किलो से कम तो नहीं देता।
बहुत समय पहले की बात है। शहर से दूर गाँव में एक दुकानदार था जो अपने ही गांव के एक व्यक्ति से रोजाना 1 किलो मख्खन खरीदा करता था। वो दुकानदार कई सालों से उस व्यक्ति से मख्खन की खरीददारी कर रहा था। एक दिन उस दुकानदार ने सोचा की में रोज इस व्यक्ति से मख्खन खरीदता हूँ लेकिन मैंने बहुत समय से इसके मख्खन का वजन तोल कर नहीं देखा। कल चेक करके देखूंगा की ये मुझे मख्खन 1 किलो से कम तो नहीं देता। अगले दिन जब वो व्यक्ति मख्खन देकर गया तो उस दुकानदार ने मख्खन का वजन किया और देखा की मख्खन सिर्फ 900 ग्राम है। उस दुकानदार को काफी गुस्सा आ गया। वो व्यक्ति गुस्से में गाँव की पंचायत के पास गया और उसने उस व्यक्ति की शिकायत कर दी।
बहुत समय पहले की बात है। शहर से दूर गाँव में एक दुकानदार था जो अपने ही गांव के एक व्यक्ति से रोजाना 1 किलो मख्खन खरीदा करता था। वो दुकानदार कई सालों से उस व्यक्ति से मख्खन की खरीददारी कर रहा था। एक दिन उस दुकानदार ने सोचा की में रोज इस व्यक्ति से मख्खन खरीदता हूँ लेकिन मैंने बहुत समय से इसके मख्खन का वजन तोल कर नहीं देखा। कल चेक करके देखूंगा की ये मुझे मख्खन 1 किलो से कम तो नहीं देता। अगले दिन जब वो व्यक्ति मख्खन देकर गया तो उस दुकानदार ने मख्खन का वजन किया और देखा की मख्खन सिर्फ 900 ग्राम है। उस दुकानदार को काफी गुस्सा आ गया। वो व्यक्ति गुस्से में गाँव की पंचायत के पास गया और उसने उस व्यक्ति की शिकायत कर दी।गांव की पंचायत बैठी और उस व्यक्ति को बताया गया की तुम पर इस दुकानदार ने धोखा देने का आरोप लगाया है। तुम इस दुकानदार को देने वाले मख्खन के वजन में हेरा फेरी करते हो और हर बार तुम इसे 1 किलो मख्खन की जगह सिर्फ 900 ग्राम ही देते है। क्या तुम्हें अपनी सफाई में कुछ कहना है?
वो व्यक्ति बोला- सरपंच जी मैं तो एक गरीब आदमी हूँ, मेरे पास वजन तोलने के लिए सही माप नहीं है। मैं रोज इस दुकानदार से अपने लिए एक किलो गेहूं खरीदता हूँ और अगले दिन उसी गेहूं को तराजू के एक तरफ रख कर इस दुकानदार के लिए मख्खन तोलता हूँ। अब आपको जो भी पूछना है इस दुकानदार से पूछिए।
वो व्यक्ति बोला- सरपंच जी मैं तो एक गरीब आदमी हूँ, मेरे पास वजन तोलने के लिए सही माप नहीं है। मैं रोज इस दुकानदार से अपने लिए एक किलो गेहूं खरीदता हूँ और अगले दिन उसी गेहूं को तराजू के एक तरफ रख कर इस दुकानदार के लिए मख्खन तोलता हूँ। अब आपको जो भी पूछना है इस दुकानदार से पूछिए।पंचायत में बैठे सभी लोगों को पूरी सच्चाई समझ आ गयी। और उन्होंने उस दुकानदार को गाँव से बाहर करवा दिया।
Don't forget to mark the answer as the brainliest answer.
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बहुत समय पहले की बात है। शहर से दूर गाँव में एक दुकानदार था जो अपने ही गांव के एक व्यक्ति से रोजाना 1 किलो मख्खन खरीदा करता था। वो दुकानदार कई सालों से उस व्यक्ति से मख्खन की खरीददारी कर रहा था। एक दिन उस दुकानदार ने सोचा की में रोज इस व्यक्ति से मख्खन खरीदता हूँ लेकिन मैंने बहुत समय से इसके मख्खन का वजन तोल कर नहीं देखा। कल चेक करके देखूंगा की ये मुझे मख्खन 1 किलो से कम तो नहीं देता।
बहुत समय पहले की बात है। शहर से दूर गाँव में एक दुकानदार था जो अपने ही गांव के एक व्यक्ति से रोजाना 1 किलो मख्खन खरीदा करता था। वो दुकानदार कई सालों से उस व्यक्ति से मख्खन की खरीददारी कर रहा था। एक दिन उस दुकानदार ने सोचा की में रोज इस व्यक्ति से मख्खन खरीदता हूँ लेकिन मैंने बहुत समय से इसके मख्खन का वजन तोल कर नहीं देखा। कल चेक करके देखूंगा की ये मुझे मख्खन 1 किलो से कम तो नहीं देता। अगले दिन जब वो व्यक्ति मख्खन देकर गया तो उस दुकानदार ने मख्खन का वजन किया और देखा की मख्खन सिर्फ 900 ग्राम है। उस दुकानदार को काफी गुस्सा आ गया। वो व्यक्ति गुस्से में गाँव की पंचायत के पास गया और उसने उस व्यक्ति की शिकायत कर दी।
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