जन्म मोहनदास करमचन्द गाँधी का जन्म पोरबन्दर नामक नगर में हुआ था। इनके पिता का नाम करमचन्द गाँधी तथा माता का नाम पुतलीबाई था। मोहनदास पर अपने माता-पिता के सत्यनिष्ठा, निर्भयता आदि गुणों का प्रभाव पड़ा। प्रारम्भ से ही वे एक अध्ययनशील बालक थे।
सत्यवादिता एक बार गाँधी जी ने ‘हरिश्चन्द्र’ नामक नाटक देखा। इस नाटक से उन्होंने हरिश्चन्द्र (UPBoardSolutions.com) के समान ही सत्यवादी और सच्चरित्र बनने की प्रेरणा प्राप्त की। एक बार विद्यालय में छात्रों के भाषा-ज्ञान की परीक्षा लेने के लिए ‘गाइल्स’ नाम का इंस्पेक्टर आया। गाँधी जी पाँच शब्दों में से एक केटल’ शब्द शुद्ध
नहीं लिख सके। अध्यापकों के कहने पर भी इन्होंने नकल नहीं की। इससे वे शिक्षकों के कोपभाजन और छात्रों में उपहास के पात्र बने, फिर भी ये धोखा देकर सत्य को नहीं छिपाना चाहते थे। बाद में अपनी सत्यनिष्ठा से ये अपने शिक्षकों और सहपाठियों के प्रिय हो गये। सत्य बोलने वालों के लिए मौन शक्तिशाली अस्त्र होता है। मौन’ ने इन्हें अनेक बार झूठ बोलने से बचाया
Answers & Comments
Answer:
जन्म मोहनदास करमचन्द गाँधी का जन्म पोरबन्दर नामक नगर में हुआ था। इनके पिता का नाम करमचन्द गाँधी तथा माता का नाम पुतलीबाई था। मोहनदास पर अपने माता-पिता के सत्यनिष्ठा, निर्भयता आदि गुणों का प्रभाव पड़ा। प्रारम्भ से ही वे एक अध्ययनशील बालक थे।
सत्यवादिता एक बार गाँधी जी ने ‘हरिश्चन्द्र’ नामक नाटक देखा। इस नाटक से उन्होंने हरिश्चन्द्र (UPBoardSolutions.com) के समान ही सत्यवादी और सच्चरित्र बनने की प्रेरणा प्राप्त की। एक बार विद्यालय में छात्रों के भाषा-ज्ञान की परीक्षा लेने के लिए ‘गाइल्स’ नाम का इंस्पेक्टर आया। गाँधी जी पाँच शब्दों में से एक केटल’ शब्द शुद्ध
नहीं लिख सके। अध्यापकों के कहने पर भी इन्होंने नकल नहीं की। इससे वे शिक्षकों के कोपभाजन और छात्रों में उपहास के पात्र बने, फिर भी ये धोखा देकर सत्य को नहीं छिपाना चाहते थे। बाद में अपनी सत्यनिष्ठा से ये अपने शिक्षकों और सहपाठियों के प्रिय हो गये। सत्य बोलने वालों के लिए मौन शक्तिशाली अस्त्र होता है। मौन’ ने इन्हें अनेक बार झूठ बोलने से बचाया
plz mark me brainliest
Answer:
此前武器請問我該殺了她就知道我思索上次你才可以發文了一個字母順序排列方式來進行的時候會在