अनुपयोगी वस्तुओं का उपयोग कर उसे एक नये रूप में परिवर्तित करने की प्रक्रिया को रिसायक्लिंग कहते है. अनुपयोगी वस्तुओं जैसे डिस्पोजल की वस्तुयें, प्लास्टिक की वस्तुयें इन सभी को उपयोग में ला कर, इन्हें नया रूप देना ही रिसायक्लिंग है. इससे वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण जैसी परेशानियों से बचा जा सकता है.
रिसायक्लिंग वस्तुओं में कई प्रकार के कागज, धातुये, प्लास्टिक, टायर, कपड़ा और इलेक्ट्रॉनिक चीजें आती है. वनस्पति को खाद्ययुक्त बनाना और स्वाभाविक तरीके से सड़नशील वस्तुयें जैसे खाने की चीजें और बगीचे की ख़राब चीजों को भी इसी प्रक्रिया में शामिल किया जा सकता है.
आमतौर में किसी वस्तु की रिसायक्लिंग करके उसे, उसी वस्तु (जिसकी रिसायक्लिंग कर रहे है) में बदल कर उपलब्ध कराना ज्यादा मुश्किल और मेहंगा होता है. इसकी जगह यदि रिसायक्लिंग करके उससे अन्य वस्तु को बनाया जाए तो वह ज्यादा सरल होगा.
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अनुपयोगी वस्तुओं का उपयोग कर उसे एक नये रूप में परिवर्तित करने की प्रक्रिया को रिसायक्लिंग कहते है. अनुपयोगी वस्तुओं जैसे डिस्पोजल की वस्तुयें, प्लास्टिक की वस्तुयें इन सभी को उपयोग में ला कर, इन्हें नया रूप देना ही रिसायक्लिंग है. इससे वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण जैसी परेशानियों से बचा जा सकता है.
रिसायक्लिंग वस्तुओं में कई प्रकार के कागज, धातुये, प्लास्टिक, टायर, कपड़ा और इलेक्ट्रॉनिक चीजें आती है. वनस्पति को खाद्ययुक्त बनाना और स्वाभाविक तरीके से सड़नशील वस्तुयें जैसे खाने की चीजें और बगीचे की ख़राब चीजों को भी इसी प्रक्रिया में शामिल किया जा सकता है.
आमतौर में किसी वस्तु की रिसायक्लिंग करके उसे, उसी वस्तु (जिसकी रिसायक्लिंग कर रहे है) में बदल कर उपलब्ध कराना ज्यादा मुश्किल और मेहंगा होता है. इसकी जगह यदि रिसायक्लिंग करके उससे अन्य वस्तु को बनाया जाए तो वह ज्यादा सरल होगा.