हिंदी कविता को ही सुंदर पंक्ति है,जिसके कारण भूमि भरे हीरे कहलाएl
नीचे को दूरी समान वेद वाक्य नहीं है!
धूल, धूल ही धूल, भरी आंधी व्यंजनों अलग-अलग हैl
दूसरे साहब कह रहे थे, जैसी नियत होती है अल्लाह भी वैसी ही बरकत देता हैl
एक आदमी ने धुना से कहा" क्या जमाना है जवान लड़के" को मेरे पूरा दिन नहीं बीते और यह बेहद दुकान लगाकर बैठी है
Copyright © 2024 EHUB.TIPS team's - All rights reserved.
Answers & Comments
Verified answer
हिंदी कविता को ही सुंदर पंक्ति है,जिसके कारण भूमि भरे हीरे कहलाएl
नीचे को दूरी समान वेद वाक्य नहीं है!
धूल, धूल ही धूल, भरी आंधी व्यंजनों अलग-अलग हैl
दूसरे साहब कह रहे थे, जैसी नियत होती है अल्लाह भी वैसी ही बरकत देता हैl
एक आदमी ने धुना से कहा" क्या जमाना है जवान लड़के" को मेरे पूरा दिन नहीं बीते और यह बेहद दुकान लगाकर बैठी है