प्राचीन ऋषियों में आर्यभट्ट, वाराहमिहिर, यास्क, काणाद, और भास्कर उल्लेखनीय हैं। उनके द्वारा रचित ग्रंथों में गणित, खगोल, और विज्ञान से संबंधित ज्ञान मिलता है।
संस्कृत में "पाँच वाक्य" का संक्षेपित परिचय:
पाँच वाक्य, जिन्हें "महावाक्य" भी कहा जाता है, उपनिषदों में प्रमुखता से प्रस्तुत हैं। इन वाक्यों में आत्मा, ब्रह्म, और जगत् के तत्त्व का विवेचन किया गया है और इन्हें श्रद्धाभक्ति के उद्देश्य से स्मरण किया जाता है।
Answers & Comments
Explanation:
प्राचीन ऋषियों में आर्यभट्ट, वाराहमिहिर, यास्क, काणाद, और भास्कर उल्लेखनीय हैं। उनके द्वारा रचित ग्रंथों में गणित, खगोल, और विज्ञान से संबंधित ज्ञान मिलता है।
संस्कृत में "पाँच वाक्य" का संक्षेपित परिचय:
पाँच वाक्य, जिन्हें "महावाक्य" भी कहा जाता है, उपनिषदों में प्रमुखता से प्रस्तुत हैं। इन वाक्यों में आत्मा, ब्रह्म, और जगत् के तत्त्व का विवेचन किया गया है और इन्हें श्रद्धाभक्ति के उद्देश्य से स्मरण किया जाता है।