महाराज भगीरथ कठोर तपस्या के बाद गंगा को स्वर्ग से पृथ्वी पर लाए। इसी कारण गंगा का नाम भागीरथी पड़ा। गंगा नदी पर भारत वासियों की असीम श्रद्धा है। वह उनके सुख दुख की साथी रही है। गंगा का भारत की सांस्कृतिक, धार्मिक और सामाजिक परंपराओं ,राजनीतिक परिवर्तनों से भी अटूट संबंध रहा है। गंगा युगो से चली आ रही भारतीय सभ्यता और संस्कृति का प्रतीक है। देश के अधिकांश पवित्र स्थान इसी नदी के किनारे स्थित है। देश के कई औद्योगिक केंद्र कानपुर, कोलकाता आदि इसी तट
बसे है। प्रयाग, काशी, हरिद्वार, ऋषिकेश आदि तीर्थ स्थल गंगा के पावन तट पर ही है। गंगा ने ही उत्तर भारत के मैदानों को इतना उपजाऊ बनाया है। हिमालय से निकलकर बंगाल की खाड़ी तक की यात्रा में हजारों वर्षों से बहती हुई पवित्र गंगा करोड़ों लोगों का उपकार करने में मगन है। हिंदू गंगा के जल को पवित्र मानते हैं। धार्मिक कार्यों में इसका उपयोग होता है। गंगाजल ही है, जिसमें वर्षों तक रखे रहने के बाद भी कीटाणु पैदा नहीं होते हैं। आज भी गंगा में स्नान करके हिंदू लोग अपने को धन्य मानते हैं।
गंगा का नाम भागीरथी क्यों पड़ा?
(2 Points)
कठोर तपस्या के कारण
स्वर्ग से आने के कारण
महाराज भगीरथ के कारण
सभी के कारण
2.गंगा कहां से निकल कर आती है?
(2 Points)
स्वर्ग से पृथ्वी पर
हिमालय से निकलकर बंगाल की खाड़ी में
हरिद्वार से निकलकर काशी में
इनमें से कोई नहीं
3.गंगा ने किस क्षेत्र को उपजाऊ बनाया है?
Answers & Comments
Answer:
सिन्धु-गंगा का मैदान, जिसे उत्तरी मैदानी क्षेत्र तथा उत्तर भारतीय नदी क्षेत्र भी कहा जाता है, एक विशाल एवं उपजाऊ मैदानी इलाका है।
Explanation:
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