कहानी लेखन :
निम्नलिखित मुद्दों के आधारपर 70 से 80 शब्दों में कहानी लिखकर उसे उचित शीर्षक दीजिए तथा सीख लिखिए:
बुढ़ा किसान - चार बेटे - आपस में मेल नही - किसान मृत्युशैया पर - बेटों को बुलाना - लकड़ी का गट्ठा देकर तोड़ने के लिए कहना - तोड़ न पाना - एक-एक लकड़ी देना - आसानी से तोड देना - सीख।
Answers & Comments
Explanation:
एक बूढ़ा किसान था। उसके तीन बेटे थे। तीनों ही जवान और हट्टे-कट्टे थे। पर वे बहुत ही आलसी थे। पिता की कमाई उड़ाने में उन्हें बड़ा मजा आता था। मेहनत करके पैसे कमाना उन्हें अच्छा नहीं लगता था।
एक दिन किसान ने अपने बेटों को बुलाकर कहा, "देखो, तुम लोगों के लिए मैंने अपने खेत में एक छोटा-मोटा खजाना गाड़ रखा है। तुम लोग खेत को खोद डालो और उस खजाने को निकालकर आपस में बाँट लो",दूसरे दिन बड़े सबेरे उस किसान के तीनों लड़के कुदालियाँ लेकर खेत पर पहुँच गए और खुदाई शुरू कर दी। पर, उन्होंने खेत की एक-एक इंच जमीन खोद डाली। पर, उन्हें कहीं भी खजाना नही मिला।
अंत में निराश होकर वे पिता के पास पहुँचे। उन्होंने कहा, "पिताजी, हमने पूरा खेत खोद डाला, पर हमें कहीं भी खजाना नही मिला।" किसान ने जवाब दिया, "कोई बात नही! तुम लोगों ने खेत की बहुत अच्छी खुदाई कर दी है। अब मेरे साथ आओ, हम इसकी बोआई करें।"
बाप-बेटों ने मिलकर खूब लगन से खेत की बुआई की। संयोग से उस वर्ष बरसात भी समय पर और बहुत अच्छी हुई। खेत मे खूब पैदावार हुई। फसल पक जाने पर खेत की शोभा देखते ही बनती थी। तीनों बेटों ने बड़ेे गर्व से अपने पिता को लहलहाती फसल दिखाई।
किसान ने कहा, "वाह, क्या खूब फसल हुई है! यही है वह खजाना, जिसे मैं तुम लोग को सौंपना चाहता था। अगर तुम लोग इसी तरह कड़ी मेहनत करते रहोगे, तो ऐसा ही खजाना तुम्हें हर वर्ष मिलता रहेगा।"
शिक्षा -मेहनत का फल हमेशा मीठा होता है।
Answer:
एक बूढ़ा किसान और उसके चार बेटे वह बूढ़ा किसान अपनी मेहनत मजदूरी पर अपने खेत में खेती करता रहता था और बुढा हो जाने के कारण वह आप खेत में खेती करने लायक नहीं रह गया था उसके चार बेटे थे चारों ही जवान थे.
वह चाहता था कि अब उसके चारों बेटे उसकी खेती में उसका साथ दे और हाथ बताये. जिससे वह बुढा किसान आराम भी कर सके और आराम से ज्यादा खेती करें. और बेटो की मेहनत से अपना और घर का भरण पोषण करें. पर चारों बेटे आलसी, कामचोर थे जिसके कारण वह कभी भी कोई काम नहीं करते थे हमेशा यहां वहां की और बेमतलब की कामें करते परंतु खेती का वह उसके पिता का काम कुछ नहीं करते थे.
जिसके कारण वह लोग उन चारों लड़को से परेशान हो जाते. चारों बेटे घर का एक भी काम नहीं करते और हमेशा घर के पैसे लेकर यहां वहां खर्च कर दिया करते थे, वह बुढा किसान चाहता था की उसके बेटे खेतों में जाएं और काम करें घर के और अपना खर्चे निकाले परंतु वह बुढा किसान परेशान हो चूका था. वह अपनी इन परेशानी को अपने दोस्तों को बताता और उनसे राय लिया करता उसके दोस्त उसे सुझाव भी देते पर उसके बेटे इतने आलसी थे की उनकी बात नहीं माते थे.