उत्पत्ति के आधार पर संसाधनों के दो प्रकार हैं- जैविक और अजैविक । जैविक संसाधनों के अंतर्गत वन, समस्त वनोत्पाद, फसलें, पछी, पशु, मछली व अन्य सागरीय जैव रूप आते हैं। अजैविक संसाधनों के अंतर्गत भूमि, जल और खनिज जैसे-लोहा, ताँबा, सोना, चाँदी आदि आते हैं। महत्वपूर्ण संसाधन है।
जैविक संसाधन वे संसाधन हैं जो प्राकृतिक या जीवाणुकीय स्रोतों से प्राप्त होते हैं और मानव द्वारा उनका उपयोग किया जा सकता है। इनमे पौधे, वनस्पति, जीव-जन्तु, मानव, जल जीवाणु, जलवायु और जल संसाधन शामिल हो सकते हैं। जैविक संसाधन समुद्री संसाधन जैसे मछली, कर्कटों, समुद्री पौधे और संचरण और परित्याग कर विविध प्रकार की जलीय जीवन शामिल हैं।
अजैविक संसाधन वे संसाधन हैं जो प्राकृतिक नहीं होते हैं और मानव द्वारा उत्पन्न किए गए हैं। इनमे धातु, खनिज, ऊर्जा संसाधन जैसे पेट्रोलियम, गैस, कोयला, बिजली, जलवायु यंत्र और रसायन उत्पाद शामिल हो सकते हैं।
इस प्रकार, जैविक संसाधन प्राकृतिक और जीवाणुकीय स्रोतों से प्राप्त होते हैं जबकि अजैविक संसाधन मानव द्वारा उत्पन्न किए गए हैं।
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उत्पत्ति के आधार पर संसाधनों के दो प्रकार हैं- जैविक और अजैविक । जैविक संसाधनों के अंतर्गत वन, समस्त वनोत्पाद, फसलें, पछी, पशु, मछली व अन्य सागरीय जैव रूप आते हैं। अजैविक संसाधनों के अंतर्गत भूमि, जल और खनिज जैसे-लोहा, ताँबा, सोना, चाँदी आदि आते हैं। महत्वपूर्ण संसाधन है।
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जैविक संसाधन वे संसाधन हैं जो प्राकृतिक या जीवाणुकीय स्रोतों से प्राप्त होते हैं और मानव द्वारा उनका उपयोग किया जा सकता है। इनमे पौधे, वनस्पति, जीव-जन्तु, मानव, जल जीवाणु, जलवायु और जल संसाधन शामिल हो सकते हैं। जैविक संसाधन समुद्री संसाधन जैसे मछली, कर्कटों, समुद्री पौधे और संचरण और परित्याग कर विविध प्रकार की जलीय जीवन शामिल हैं।
अजैविक संसाधन वे संसाधन हैं जो प्राकृतिक नहीं होते हैं और मानव द्वारा उत्पन्न किए गए हैं। इनमे धातु, खनिज, ऊर्जा संसाधन जैसे पेट्रोलियम, गैस, कोयला, बिजली, जलवायु यंत्र और रसायन उत्पाद शामिल हो सकते हैं।
इस प्रकार, जैविक संसाधन प्राकृतिक और जीवाणुकीय स्रोतों से प्राप्त होते हैं जबकि अजैविक संसाधन मानव द्वारा उत्पन्न किए गए हैं।