Answer:
पत्रलेखन - तुमच्या मामाला पत्र लिहून कडवा की तुमच्या शाळे मधे काय-काय बदल झाले आणी तुम्हाला काय वाटतेते लिहा.
[tex]\large\sf{\red{Answer\: :-}}[/tex]
सुन कर तमाम रात मेरी दस्ताने-ग़म,
वो मुस्कुरा के बोली बहुत बोलते हो तुम।
अब तू ही कोई मेरे ग़म का इलाज कर दे,
तेरा ग़म है तेरे कहने से चला जायेगा।
सुकून न दे सकीं राहतें ज़माने भर की,
जो नींद आई तेरे ग़म की छाँव में आई।
ग़म-ए-इश्क का मारा हूँ मुझे न छेड़ो,
जुबां खुलेगी तो लफ़्ज़ों से लहू टपकेगा।
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पत्रलेखन - तुमच्या मामाला पत्र लिहून कडवा की तुमच्या शाळे मधे काय-काय बदल झाले आणी तुम्हाला काय वाटतेते लिहा.
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[tex]\large\sf{\red{Answer\: :-}}[/tex]
सुन कर तमाम रात मेरी दस्ताने-ग़म,
वो मुस्कुरा के बोली बहुत बोलते हो तुम।
अब तू ही कोई मेरे ग़म का इलाज कर दे,
तेरा ग़म है तेरे कहने से चला जायेगा।
सुकून न दे सकीं राहतें ज़माने भर की,
जो नींद आई तेरे ग़म की छाँव में आई।
ग़म-ए-इश्क का मारा हूँ मुझे न छेड़ो,
जुबां खुलेगी तो लफ़्ज़ों से लहू टपकेगा।