वर्तमान समय में भारत में पुलिस थाने के अध्यक्ष को थानाध्यक्ष अथवा थानेदार कहते हैं। अपने अधिकार के क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाये रखने एवं अपराध निरोध का भार थानेदार पर होता है। थानेदार के अधीनस्थ सहायक कर्मचारियों का एक छोटा समुदाय होता है और उनके उपयोग के लिये आग्नेय आयुध एवं अन्य साज-सज्जा थाने पर रहती है।
थानेदार एक पुलिस अधिकारी होता है जो अपराधों की जाँच करता है और उन्हें सुलझाता है तथा सुरक्षा और अवैध गतिविधियों की रोकथाम भी करता है।
थानेदार, जिसे अंग्रेजी में 'स्टेशन हाउस ऑफिसर (SHO)' भी कहा जाता है, पुलिस सेवा का सर्वोच्च अधिकारी होता है। उनका पद स्थानीय पुलिस स्टेशन (थाना) के प्रमुख के रूप में है।
थानेदार के पास कानून एवं व्यवस्था की रक्षा के लिए विशेष शक्तियां होती हैं। इनका मुख्य कार्य विभिन्न अपराधों की जाँच करना, अपराधियों को एकत्र करना तथा मजिस्ट्रेट के समक्ष प्रस्तुत करना है।
थानेदार विभिन्न पुलिस टीमों का प्रबंधन करते हैं और वे समाज में सुरक्षा और अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए उचित कदम उठाते हैं।
थानेदार का यह महत्वपूर्ण पद समाज में न्याय एवं व्यवस्था की सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद करता है। थानेदार आमतौर पर उन पुलिस स्टेशनों का प्रमुख होता है जो बड़े गांवों और शहरों में उपलब्ध होते हैं I
Answers & Comments
Verified answer
Answer:
वर्तमान समय में भारत में पुलिस थाने के अध्यक्ष को थानाध्यक्ष अथवा थानेदार कहते हैं। अपने अधिकार के क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाये रखने एवं अपराध निरोध का भार थानेदार पर होता है। थानेदार के अधीनस्थ सहायक कर्मचारियों का एक छोटा समुदाय होता है और उनके उपयोग के लिये आग्नेय आयुध एवं अन्य साज-सज्जा थाने पर रहती है।
mark as brainleist and rate me or follow me
थानेदार की कार्यप्रणाली की जानकारी होगी:
थानेदार एक पुलिस अधिकारी होता है जो अपराधों की जाँच करता है और उन्हें सुलझाता है तथा सुरक्षा और अवैध गतिविधियों की रोकथाम भी करता है।
#SPJ1
समान प्रश्नों के लिए देखें:
https://brainly.in/question/39288450
https://brainly.in/question/44285239